चलो स्कूल चलें
यह साल जो बीता यह एक कठिन सवाल था जिसमें की बहुत सारी परेशानियां और परिस्थितियां ऐसी आई जैसे पहले कभी नहीं आई थी।
इससे परेशानियां तो बहुत हुई और दिक्कतें भी बहुत सारी आई लेकिन इसने हमको बहुत कुछ सिखाया।
इन परिस्थितियों में जो सबसे बड़ा नुकसान हुआ वह बच्चों का हुआ और स्कूल का हुआ।
लेकिन अब धीरे-धीरे परिस्थितियां बदल रही हैं समय अनुकूल हो रहा है जगह-जगह पर प्रदेशों में विद्यालय खुलना शुरू हो गए हैं।
हां अभी जरूर कुछ एक बार ऐसा हो रहा है कि बीमारी है अपना रूप बढ़ा रही है तो यह डर है कि अभी शायद फिर से कुछ 1 दिनों के लिए लॉक डाउन लग जाए लेकिन इतना तो तय है कि धीरे-धीरे परिस्थितियां सही होंगे।
और इसलिए अब हमें उठ खड़े होना है तैयार होना है और स्कूल चलना है जो पढ़ाई बीच में छूट गई थी उसे पूरा करना है। अभी आगे और बहुत पढ़ना है।
